
नानकमत्ता साहिब सिक्खों का पवित्र तीर्थ स्थान है। यह स्थान उतराखंड राज्य के उधमसिंहनगर जिले (रूद्रपुर) नानकमत्ता नामक नगर में स्थित है। यह पवित्र स्थान सितारगंज — खटीमा मार्ग पर
नानकमत्ता साहिब सिक्खों का पवित्र तीर्थ स्थान है। यह स्थान उतराखंड राज्य के उधमसिंहनगर जिले (रूद्रपुर) नानकमत्ता नामक नगर में स्थित है। यह पवित्र स्थान सितारगंज — खटीमा मार्ग पर
समुद्र तल से लगभग 4329 मीटर की हाईट पर स्थित गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब (Hemkund Sahib) उतराखंड राज्य (Utrakhand state) के सीमांत district Chamoli में स्थित है। गोविंदघाट (Govindghat) से
गंगाजी को तीर्थों का प्राण माना गया है। गंगाजी हिमालय से उत्पन्न हुई है। जिस स्थान से गंगा जी का प्रादुर्भाव हुआ है, उसे गंगोत्री कहते है। उत्तरकाशी से गंगोत्री
यदि आप दिल्ली और एन.सी.आर जैसे भीडभाड़ और भागदौड़ भरे क्षेत्र में रह रहे है। और दिल्ली के आसपास किसी अच्छे वाटरफॉल या झरने की तलाश कर रहे है, जहां
भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित रानीखेत एक खूबसुरत हिल्स स्टेशन है। “पहाडो की रानी” कहे जाने वाले रानीखेत को लगता है। प्रकृति ने फुरसत के क्षणो में बनाया है। इस बात
उत्तराखंड राज्य में स्थित कौसानी भारत का एक खूबसूरत हिल्स स्टेशन है। समुद्र तल से लगभग 1980 मीटर की ऊंचाई पर बसा यह पर्वतीय स्थल अपने प्राकृतिक सौंदर्य व मनोहारी
उत्तराखंड राज्य के पौडी गढवाल जिले में स्थित लैंसडाउन एक खुबसूरत व स्वच्छ हिल्स स्टेशन है। लैंसडाउन समुद्रतल से 1706 मीटर की ऊंचाई पर बसा है। अपने अब तक के जीवन
प्रिय पाठको संसार में भगवान शिव यूंं तो अनगिनत शिव लिंगो के रूप में धरती पर विराजमान है। लेकिन भंगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगो का महत्व अधिक माना जाता जिनके
प्रिय पाठको अपनी इस पोस्ट में हम हिमालय की गोद में बरसो छुपे रहे एक ऐसे खुबसूरत स्थल की सैर करेगे। जिसके भारत में होने के बावजूद किसी को पता
प्रिय पाठको हमने अपनी पिछली अनेक पोस्टो में अपने पाठको को उत्तराखंड के पर्यटन के अनेक पर्यटन स्थलो की जानकारी अपने पाठको को दी। अपनी इस पोस्ट में हम उत्तराखंड
भारत के राज्य उत्तराखंड को देव भूमी के नाम से भी जाना जाता है क्योकि इस पावन धरती पर देवताओ का वास रहा है यहा की पवित्र धरती के कण
उत्तराखण्ड के चमोली जिले मे स्थित व आकाश की बुलंदियो को छूते नर और नारायण पर्वत की गोद मे बसे आदितीर्थ बद्रीनाथ धाम न सिर्फ श्रद्धा व आस्था का अटूट
उत्तराखण्ड टूरिस्ट पैलेस के भ्रमण की श्रृखंला के दौरान आज हम उत्तरांचल की राजधानी और प्रमुख जिला देहरादून के पर्यटन स्थलो tourist place near dehradun की सैर करेगे और उसके बारे
उत्तरकाशी क्षेत्रफल के हिसाब से उत्तरांचल का दूसरा सबसे बडा जिला है। उत्तरकाशी जिले का क्षेत्रफल 8016 वर्ग किलोमीटर है। उत्तरकाशी जिले की सीमा एक तरफ चीन और तिब्बत से
प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी श्री उधमसिंह के नाम पर इस जिले का नामकरण किया गया है। श्री उधमसिंह ने जनरल डायर की हत्या कर जलियांवाला बाग कांड का प्रतिशोध लिया था।